जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिव्यांगजन संघ (जेएनयूडीपीए) एक ऐसा संघ और संगठन है जो निःशक्त व्यक्तियों, जिन्हें जेएनयू का अन्य-रूप-से-सक्षम समुदाय कहना उचित होगा, तथा उनके प्रति सहानुभूति रखने वाले व्यक्तियों के कड़े परिश्रम के साथवर्ष 1999 में अस्तित्व में आया।इसकी स्थापना शारीरिक रूप से दिव्यांग समुदाय के अधिकारों के संबंध में सामान्य जागरूकता लाने के लिए की गई। इस समुदाय में मुख्यतः शारीरिक रूप से दिव्यांग (पीसी/पीएच), गौणतः अस्थिबाधित दिव्यांग (ओसी/ओएच), दृष्टिबाधित (वीसी/वीएच) और श्रवणबाधित (एचसी/एचएच) शामिल हैं ।
यह संघ पूरी तरह जेएनयू के पूर्ण रूपेण दिव्यांग समुदाय के लिए समर्पित है जिसमें शिक्षण (जेएनयू संकाय-सदस्य), गैर-शिक्षण (जेएनयू स्टाफ सदस्य) और जेएनयू छात्र इसके सदस्य हैं। यह पूरी तरह से गैर-राजनीतिक संगठन है। इसका जेएनयू या इसके बाहर किसी प्रकार का राजनीतिक झुकाव, राजनीतिक जुड़ाव और किसी राजनीतिक दल के साथ कोई पूर्वाग्रह नहीं है। यह एक ऐसा मंच है, जहां जेएनयू के सभी दिव्यांजन अपने व्यक्तिगत पहलुओं को दर किनार कर अपने सामाजिक-आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक जीवन की बेहतरी के लिए एक साथ आगे आते हैं।
वर्ष 1994 में संसद ने सरकारी शिक्षण संस्थाओं में शारीरिक रूप से दिव्यांगजन के लिए 3 प्रतिशत आरक्षण का विधेयक पारित किया था। लेकिन यह विडंबना है कि वर्ष 1999 तक जेएनयू प्रशासन ने इस परिसर में शिक्षणऔरगैर-शिक्षण नौकरियों अथवा दाखिला-प्रक्रिया में 3% आरक्षण के समुचित कार्यान्वयन के लिए कोई पहल नहीं की थी। इस संबंध मेंजवाहरलाल नेहरू विद्यालय के छात्रों और कर्मचारियों में से हमारे कुछ पुराने साथियों द्वारा अदम्य इच्छा शक्तिऔर कभी-न-थकने-वाली भावना का परिचय देकर जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिव्यांगजन संघ (जेएनयूडीपीए)की स्थापना की गई।
दिनांकः 15 मार्च,1999 को जेएनयू के जागरुक दिव्यांगजन की एक बैठक हुई और इस तरह जेएनयूडीपीएअस्तित्व में आया।इसमें सर्वसम्मति से लगातार पांच वर्षों तकडॉ. आर.आर. झा (पीएचडी, एसआइएस) कोबतौर प्रथम अध्यक्ष और श्री एल. कनीअप्पन (सहायक पुस्तकाध्यक्ष) को प्रथम महासचिव चुना गया।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिव्यांगजन संघ (जेएनयूडीपीए)की जनरल बॉडी की बैठक दिनांकः 25 सितंबर, 2012 को कमरा नं. 046, स्कूल ऑफ लेंग्वेजिज, जेएनयू में दोपहर 1.30 बजे हुई।वर्ष 2012 से 2014 की अवधि तक नामित कार्यकारिणी के पदधारियों तथा सदस्यों के नाम निम्नलिखित हैं। नए पदधारी निम्नानुसार हैं:-
अध्यक्ष |
उपाध्यक्ष |
महासचिव |
संयुक्त सचिव |
कोषाध्यक्ष |
श्री नन्द किशोर जेएनयू, नई दिल्ली
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श्री जगदीश राजपुरोहित जेएनयू, नई दिल्ली |
डॉ एस मैत्रा एसोसिएट प्रोफेसर, एसबीटी, जेएनयू । |
श्री होशियार सिंह जेएनयू, नई दिल्ली
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श्री शंकर लाल सीमावत जेएनयू, नई दिल्ली |
कार्यकारिणी समितिः
- श्री अक्षांश गुप्ता
- श्री दर्शन लाल
- सुश्री उमा
- श्री संजीव मलिक
- श्री राजेश कुमार
- श्री शंभूनाथ सरकार
सलाहकार समितिः
- श्री एल. कनिअप्पन
- श्री पिंटु कुमार
- श्री गोपाल पारिहार
इस संकल्प की प्रतियां जेएनयू के सभी संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई हैं । यह फाइल हमारे ग्रुप की वेबसाइट से भी जुड़ी है।
हम एकजुट रहकरअवश्य जीतेंगे ।