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पुस्तकालय

&nbsp; <ol> <li>जेएनयू में केन्द्रीय पुस्तकालय ने छठी मंजिल के पढने के कमरें में पुस्तकों का मूल्यवान संग्रह रखा हुआ है। वह दैनिक रूप से, सुबह के ९ बजे से शाम के ६ बजे तक परामर्श हेतु उपलब्ध हैं।</li> <li>हमारे विद्यालय का विभागीय पुस्तकालय छोटा है परंतु लगातार बढ़ने वाला संसाधन है। यह विद्यालय परिसर के अंतर्गत हैं, वर्तमान में विद्यालय भवन की पहली मंजिल पर स्थापित किया हुआ है। इस पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की सूची दो कम्पूटर पर एक एक्सेल दस्तावेज़ के रूप में डाली गयी है जो छात्रों के उपयोग हेतु साथ ही साथ विद्यालय के कार्यालय के कम्पूटर पर भी उपलब्ध है। छात्र अपनी आवश्यकता की पुस्तकों का पता लगाने हेतु इन फाइल को देख तथा इनके माध्यम से तालाश कर सकतें हैं। पुस्तकालय प्रभारी प्रत्येक कार्यशील दिन में दिन के २ बजे से शाम के ५ बजे तक पहली मंजिल के पढने के कमरे में (जो कि गलियारा तथा कमरा १०३) इन पुस्तकों को उपलब्ध रखेंगीं।&nbsp; वह उस समान फोटोकॉपी के आदेश भी स्वीकार्य करेंगीं; यह आदेश अगले कार्यशील दिन पर पूरे किये जायेंगें। ज़्यादातर पुस्तके केवल पढने के कमरे के उपयोग के लिए ही उपलब्ध हैं; परंतु कुछ थोड़ी बहुत नामित पाठ्यपुस्तकें रात भर के लिए दिए जाने के लिए उपलब्ध हैं।</li> <li>गुडगाँव में भारतीय अध्ययन की अमेरिकन संस्था के पास दिल्ली में कला एवं पुरातत्व तथा संगीतशास्त्र पर सबसे उत्कृष्ट पुस्तकालय है। यह सोमवार से शुक्रवार सुबह ९ से शाम ५ बजे तक खुला होता है। सदस्यता हेतु, बस मार्ग हेतु, तथा समय की जानकारी हेतु डॉ। शोभा चौधरी या डॉ। यूएस मूर्ती से संपर्क करें: +९१ १२४२३८१५३६; पोस्ट बैग 67, प्लाट २२, सेक्टर 32, औद्योगिक क्षेत्र, गुडगाँव, हरयाणा १२२००१। ईमेल: <a href="mailto:aiiscaagaon@sapta.com">aiiscaagaon@sapta.com</a></li> <li>इंदिरा गाँधी कला राष्ट्रीय केंद्र: आईजीएनसीए के संदर्भ पुस्तकालय में मानवता तथा कला के व्यापक क्षेत्रों में प्राथमिक एवं माध्यमिक सामग्री का विस्तृत संग्रह है। इसमें पुस्तकें, संस्कृत, पाली, पर्शियन, एवं अरेबिक में माइक्रोफिल्म्स एवं माइक्रोफीचे में&nbsp; हस्तलिखित बहुत सी पुस्तकों की प्रतिलिपियाँ, तसवीरें तथा स्लाइड्स शामिल हैं।&nbsp; संग्रह में,&nbsp; पुरातत्व, दर्शनशास्त्र, धर्म एवं धार्मिक अध्ययन, इतिहास एवं पुरातत्व, कला तथा साहित्य, साथ ही साथ लोक, देहाती तथा सामुदायिक अध्ययन की पुस्तकें शामिल हैं। इनके पास बहुत अच्छी वेबसाइट हैं: http://ignca.nic.in; तथा १ सी.वी मेस, जनपथ, नयी दिल्ली ११०००१ पर स्थित है।</li> <li>संगीत नाटक अकादमी के पास भारतीय प्रदर्शन कला पर व्यापक अभिलेखीय तथा पुस्तकालय संसाधन हैं। इसना उपयोग करने की अनुमति, सचिव, संगीत नाटक अकादमी, रबिन्द्र भवन, फिरोज शाह रोड, नयी दिल्ली-११०००१ को एक औपचारिक पत्र के साथ प्राप्त की जा सकती है: फ़ोन २३३८७२४६, ४७, ४८, फैक्स: २३३८५७१५, ईमेल: <a href="mailto:sangeetnatak@bol.net.in">sangeetnatak@bol.net.in</a></li> </ol> इसके अलावा, संगीत नाटक अकादमी के पास दिल्ली में, कत्थक नृत्य को समर्पित एक केंद्र भी है: कत्थक केब्द्र, बहावलपुर हाउस, भगवानदास रोड, नयी दिल्ली-११०००१। टेलीफ़ोन: (०११) ३३८-५०६५; फैक्स: (०११) ३३८-७१८२ <ol> <li>भारत का राष्ट्रीय अभिलेखागार, भारत सरकार के गैर-मौजूदा रिकार्ड्स का भण्डार है एवं प्रशासकों एवं विद्वानों के उपयोग के लिए विश्वास के साथ उन्हें रखा हुआ है। यह पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के तहत संस्कृति विभाग का एक सलंग्न कार्यालय है। यह मार्च १९८१ में कलकत्ता (कोलकाता) में इम्पीरियल रिकॉर्ड विभाग के रूप में स्थापित किया गया था तथा आगे जा कर कलकत्ता से नयी दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी बदले जाने के बाद १९११ में, इसे १९२६ में वर्तमान इमारत में स्थानंतरित कर दिया गया। इसमें एक विशाल पुस्तकालय तथा पांडुलिपियों का संग्रहालय है। यह आईजीएनसीए के विपरीत, जनपथ तथा राजपथ के चौराहे के पास स्थित है। संग्रह के उपयोग की छात्र अनुमति प्राप्त करने हेतु एक प्रपत्र को भरे जाने की आवश्यकता होती है। देंखें: <a href="http://nationalarchives.nic.in/">http://nationalarchives.nic.in</a></li> <li>राष्ट्रीय संग्रहालय (जनपथ पर भी एवं, भारत के पुरातत्व सर्वे के साथ भी) भारतीय कला/ संस्कृति सामग्री के व्यापक संग्रह के साथ, भारत का विशाल संग्रहालय है। यह एक अमूल्य संसाधन बनाते हैं जिसे छात्रों को स्वयं को भारतीय कला के इतिहास से परिचित करवाने के लिए उपयोग करने हेतु प्रोत्साहित किया जाता है। संग्रहालय में विशाल संदर्भ पुस्तकालय भी बनाया हुआ है, जो कला-इतिहास तथा पुरातत्व को समर्पित है। विद्यालय द्वारा परिचय पत्र छात्रों को इस पुस्तकालय के उपयोग की अनुमति प्रदान कर देगा।</li> <li>आधुनिक कला की राष्ट्रीय गैलरी, इंडिया गेट पर (इंडिया गेट चौराहे पर शेर शाह रोड तथा डॉ। ज़ाकिर हुसैन रोड के मध्य) जयपुर हाउस में स्थापित है। भारतीय कला के इसके प्राथमिक संग्रह के अलावा, आधुनिक कला की राष्ट्रीय गैलरी के संदर्भ पुस्तकालय में चित्रकला, मूर्तिकला, ग्राफ़िक्स, वास्तुकला तथा अन्य लघु कलाओं पर पुस्तकें शामिल हैं। टेलीफ़ोन। ०११-२३३८४६४०, २३३८२८३५;&nbsp; <a href="http://www.ngmaindia.gov.in/">http://www.ngmaindia.gov.in</a></li> <li>प्रगति मैदान, भैरों रोड, नयी दिल्ली ११०००१ पर शिल्प संग्रहालय, सोमवार के अलावा, प्रत्येक दिन सुबह १० बजे से शाम ५:३० तक खुला रहता है, इसमें लोक तथा जनजातीय कला, शिल्प्ताथा वस्त्र, धार्मिक वस्तुएँ एवं गावों के घरों से प्राप्त वस्तुओं का व्यापक संग्रह है।</li> <li>राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय का पुस्तकालय थिएटर एवं नाटक के क्षेत्र में, देश के सबसे विशिष्ट पुस्तकालयों में से एक है। अधिक जानकारी हेतु पुस्तकालय प्रभारी से संपर्क करें, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, बहावलपुर हाउस, भगवानदास रोड, नयी दिल्ली-११०००११।</li> <li>शहर में, प्रदर्शन एवं द्रश्यता कलाओं के लिए विभिन्न गैलरी एवं स्थानों की व्यापक सूची, समाचारपत्रों, दिल्ली डायरी तथा पहली शहरी पत्रिकाओं में पायी जा सकती है।</li> <li>ऑनलाइन संस्थान: अविश्वसनीय या ख़राब शोधित या बदतर, कभी-कभी राजनीती से प्रेरित, अनुचित प्रकार से प्रदान की गयी जानकारी इन्टरनेट पर व्यापक मात्रा में उपलब्ध है, तथा छात्र इसके द्वारा आसानी से भ्रमित किये जा सकतें हैं। विश्वसनीय साईट का उपयोग करें, यदि आप अपने शोध के लिए वेबसाइट का उपयोग कर रहे है तो अपने अध्यापकों से पूछें। जेएनयू पुस्तकालय के पास कुछ बेहतरीन ऑनलाइन साधनों जैसे की प्रोजेक्ट म्यूस (<a href="http://muse.jhu.edu/journals/">http://muse.jhu.edu/journals/</a>) एवं ज्स्टर (<a href="http://www.jstor.edu/">www.jstor.edu</a>) की सदस्यता है। यह बहुत सी अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकायों के इलेक्ट्रॉनिक सग्रहण का मार्ग है जिसके द्वारा जेएनयू समुदाय बिना किसी मूल्य के जानकारी एवं लेखों की तलाश एवं डाउनलोड कर सकता है।&nbsp; (<a href="http://www.jstor.org/">www.jstor.org:</a> ज्स्टर शोधकर्ताओं को उच्च स्थिरता, पत्रिकाओं की प्रीतियों की स्कैन तसवीरें तथा पृष्ठों को उनके वास्तविक बनाये गए, छापे गए तथा सचित्र किये गए रूप में को प्राप्त करने की क्षमता प्रदान करता है।) ज्स्टर में संग्रहित पत्रिकाओं का बहुत से विषयों पर फैलाव है। आप इस वेबसाइट को बहुमूल्य अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के उपयोग की अनुमति पाने में जिनका भारतीय पुस्तकालय शायद सदस्य न हों, में अमूल्य पायेंगें। जेएनयूके पास संस्थागत सदस्यता है। यह ऑनलाइन पत्रिकाएँ परिसर के भीतार के उन कंप्यूटर द्वारा उपयोग की जा सकतीं हैं जिनके आईपीओ’एस पोर्टल के साथ पंजीकृत हैं।&nbsp;</li> </ol> जेएनयू का पुस्तकालय डेलनेट का भी सदस्य है, जो दिल्ली एवं आसपास के पुस्तकालयों का एक तंत्र है, एवं सभी जुड़े कैटेलॉग तथा आतंरिक-पुस्तकालय ऋण के खोज की अनुमति देता है।&nbsp; &nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp;&nbsp; &nbsp; <a></a>&nbsp; &nbsp;