आंकलन की प्राणाली सत्रीय कार्यो एवं सेमेस्टर के अंत के अंत की परीक्षाओं को समान महत्त्व प्रदान करती है । सत्रीय कार्यों में सेमिनार, ट्युटोरियल, इकाई पेपर, वाइवा-वोस एवं मध्य सेमेस्टर परीक्षाएं शामिल हैं । अनिवार्य कोर्से में एमए के स्तर पर "सामजिक शोध की तकनीकें" प्रदान किया जाता है एवं विद्यार्थी कार्य क्षेत्र की तकनीकों में प्रशिक्षित होते हैं । कोर्स की आवश्यकताओं में विद्यार्थियों को शोध परियोजनाएं दी जाती हैं जहां उनसे कक्षा में सीखे गये सिद्धांतों तथा औजारों के प्रयोग की कार्यक्षेत्र की स्थितियों में प्रयोग की अपेक्षा की जाती है । केंद्र में एमए एवं एमफिल स्तर पर कई अन्य कोर्सों में किताबी दृष्टिकोण को कार्यक्षेत्र के दृष्टिकोण के साथ एकीकृत करने के कई नवीन प्रयास किये गए हैं । पिछले सालों में इन कोर्सों का निरंतर नवीनीकरण किया गया है एवं नए सैद्धांतिक एवं तात्विक निवेश युक्त कई नए कोर्स प्रदान किये गए हैं ।