इसकी उच्च शैक्षणिक गुणवत्ता तथा शोध कार्यक्रम की मान्यता के लिए, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने केंद्र को भारत में रूसी तथा मध्य एशियाई क्षेत्र अध्ययनों के उन्नत केंद्र का दर्जा प्रदान किया है।
शिक्षण तथा शोध के निम्नलिखित दो क्षेत्रों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्राथमिक क्षेत्रों के रूप में पहचाना गया है:
अ) राजनीतिक प्रणाली/ रूस की विदेश नीति ब) मध्य एशियाई गणराज्यों में सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक परिवर्तन।
केंद्र में शोध तथा शैक्षिक रूचि के अन्य क्षेत्र हैं, मध्य तथा पूर्वी यूरोप में रुसी अर्थव्यवस्था, राजनीती तथा समाज, ट्रांसककेशिया बाल्टिक गणराज्य।
कुछ नए पाठ्यक्रम, जो उपयुक्त पाठ्क्रमों में आरंभ किये जाने के लिए निर्धारित किये गायें हैं वह हैं:
1. रूस तथा मध्य एशिया का जनसँख्या तथा नृवंशविज्ञान अध्ययन
2. रूस और मध्य एशिया में पर्यावरणीय समस्याएँ
3. साइबेरियाई क्षेत्र
4. सुरक्षा और संघर्ष के मुद्दे
5. लैंगिक मुद्दों
6. मानव अधिकार
केंद्र के संकायों को राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पुरुस्कारों से सम्मानित किया गया है तथा शैक्षणिक क्षेत्र में उनकी बहुमूल्य सेवाओं के लिए समान दिया गया है।
प्रो. देवेन्द्र कौशिक, वरिष्ठ प्रोफेसर (सेवानिवृत) को वर्ष में रुसी संघ की सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।
प्रो. आर.आर. शर्मा, वरिष्ठ प्रोफेसर (सेवानिवृत) को राष्ट्र के लिए शिक्षाविद् के रूप में उनके बहुमूल्य सेवा के लिए, वर्ष 2002 तथा 2006 में, जम्मू तथा कश्मीर राज्य सरकार, भारत द्वारा, जम्मू तथा कश्मीर राज्य के प्रतिष्ठित व्यक्तियों के लिए स्वर्ण पदक तथा नकद पुरूस्कार से सम्मानित किया गया था।