सीआईटीडी-डाड भागेदारी
अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं विकास केंद्र, स्कूल ऑफ़ इंटरनेशनल स्टडीज जर्मन अकादमिक एक्सचेंज सर्विस (डाड) द्वारा निधिबद्ध परियोजना पर हॉकशूल फ्यूर टेक्निक उन्ड व्रटशाफ्ट बर्लिन (एचटीडब्लू बर्लिन) के साथ साझेदारी कर रहा है। यह मुद्रा तथा व्यापार के क्षेत्रों में शोध, शिक्षण एवं ज्ञान के आदान प्रदान को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है। इस अनुबंध का मूलभूत उद्देश्य शिक्षण, शोध एवं सम्मति में सहयोग को बढ़ावा देना, नए उपायों के अंतरराष्ट्रीय आदान प्रदान को बढ़ावा देना एवं प्रतिभागी संस्थाओं के विद्वतापूर्ण कार्यों में बढ़ोत्तरी करना है।
सहभागिता की तैयारी कर ली गयी है एवं निम्नलिखित कार्यों से इसे जारी रखा जाता है।
• संयुक्त शोध कार्य एवं शिक्षण सामग्रियों का आदान प्रदान
• विद्यार्थियों, फैकल्टी एवं स्टाफ के सदस्यों का आदान प्रदान
• विशेष शैक्षणिक एवं अशैक्षणिक कार्यक्रमों की संयुक्त संस्था
सीआईटीडी संचालक
डॉक्टर प्रिया भागोवालिया
परियोजना के पहले चरण (२००५-२०१४) को मिली सफलता के बाद यह भागीदारी एक नयी परियोजना के माध्यम से जारी रही जो विकासशील देशों/उभरते बाज़ारों (अर्जेंटीना, ब्राज़ील, चीन, भारत, मॉरिशस एवं दक्षिण अफ्रीका) एवं जर्मनी में नौ प्रतिभागी विश्वविद्यालयों को आपस में स्नातक एवं स्नातकोत्तर कार्यों के माध्यम से जोड़ने का इस परियोजना संबंधी अधिक जानकारी के लिए कृपया डाड की साझेदार वेबसाइट ://development-studies।htw-berlin।de/index।php पर जाएं।
आर्थिक विकास अध्ययन पर डाड साझेदारी, एचटीडब्लू, बर्लिन
सीआईटीडी फैकल्टी एवं विद्यार्थियों की भागीदारी
एचटीडब्लू बर्लिन के ज्येष्ठ फेलो एचटीडब्लू के कनिष्ठ फेलो
२००९: प्रोफेसर अमित शोवन रे
2010: डॉक्टर मीता केसवानी मेहरा
२०११: डॉक्टर मंदिरा शर्मा २०११ : कुमारी सुष्मिता मित्रा
२०१२: श्री सब्यसाची साहा
२०१३: कुमारी सुजाता बसु
बैठकें/ वर्कशॉप
२००९:
संस्थागत साझेदारों की बैठक - वैश्विक साझेदारी का निर्माण, एचटीडब्लू बर्लिन, अप्रैल १७-१८ - डॉक्टर मीता के मेहरा
वर्कशॉप - "मुद्रा, व्यवसाय एवं विकास पर आर्थिक अध्ययन" एचटीडब्लू बर्लिन, नवम्बर ४-६
- डॉक्टर अभिजीत सेनगुप्ता
२०१०:
वर्कशॉप - "वैश्विक आर्थिक क्रम में बदलाव", एचटीडब्लू बर्लिन, जून ९-१०
- डॉक्टर अभिजीत सेनगुप्ता
२०१०:
वर्कशॉप - "अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार व्यवसाय के नियम", अम्मान, जॉर्डन, नवम्बर २-४
- प्रोफेसर मनोज पंत
- प्रोफेसर अमित शोवन रे
२०१२:
वर्कशॉप -"उभरते हुए बाज़ारों के दृष्टिकोण" मॉरिशस, जून १२-१४ - श्री अमित साधुखान
२०१३:
वर्कशॉप -"विकासशील देशों में विनिमय दर शासन", एचटीडब्लू बर्लिन, जून १८-२० - डॉक्टर मंदिरा शर्मा
वर्कशॉप – "विकास की रणनीतियां: देशों का अध्ययन एवं अंतरराष्ट्रीय तुलना", शंघाई, नवम्बर १२-१४
- प्रोफेसर अमित रे
- डॉक्टर अपर्णा साहनी
- कुमारी अंजलि प्रसाद
२०१५:
सितम्बर १३-१९, २०१५ तक यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैम्पिनस, ब्राज़ील में नयी विकास धारा पर वर्कशॉप
भारतीय निर्माण में वेतन की बढती असमानता का अनुभवजन्य आंकलन
श्री प्रियांत घोष, पीएचडी विद्यार्थी
माइक्रोफाइनेंस कम्पटीशन विथ मोटिवेटेड एमएफआईज़: मोटिवेटेड माइक्रोलेंडर्स, डबल डिपिंग एंड डिफ़ॉल्ट
डॉक्टर बृष्टि गुहा
एचटीडब्लू बर्लिन में आवासी फेलोज़ द्वारा सेमिनार प्रस्तुति/कक्षा लेक्चर
2010:
लेक्चर्स - " व्यापार एवं पर्यावरण की अर्थव्यवस्था: विकासशील देश का दृष्टिकोण", अर्थव्यवस्था विभाग, जून २१, "हाल के वर्षों में भारत की व्यापार नीति का परिपेक्ष्य", व्यवसाय विभाग, जून ३०
- डॉक्टर मीता के मेहरा
२०११:
"एचटीडब्लू बर्लिन में भारत" पर सेमिनार, जून २४
- कुमारी सुष्मिता मित्रा
- डॉक्टर मंदिरा शर्मा
२०१२:
"उभरती शक्तियां - चीन एवं भारत की अर्थव्यवस्था पर एक वर्कशॉप" पर सेमिनार, जून २२
- श्री सब्यसाची साहा
एचटीडब्लू शैक्षणिक सामग्री में योगदान
२०१०:
"भारत के विकास का अनुभव: नीतियाँ, प्राथमिकताएं एवं प्रदर्शन"
- प्रोफेसर अमित शोवन रे
धन, व्यापार, वित्त एवं विकास पर एचटीडब्लू कार्यकारी पत्रों में योगदान (आईएसएसएन: २१९२-७७९०)
२०१०:
डब्लूपी ०३/२०१० "मैनेजमेंट ऑफ़ इंटरनल कैपिटल फ्लोस: द इंडियन एक्सपीरियंस"
- डॉक्टर अभिजीत सेनगुप्ता
२०१२:
डब्लूपी ०२/२०१२ "सर्वे ऑफ़ लिटरेचर ऑन द इम्पैक्ट्स ऑफ़ इन्क्लूशन ऑफ़ द एविएशन सेक्टर इन द यूरोपियन यूनियन एमिशन ट्रेडिंग स्कीम"
- सुष्मिता मित्रा
डब्लूपी ०४/२०१२ "ऑप्टीमल पब्लिक पालिसी इन ए शुम्पेटेरियन मॉडल ऑफ़ एंडोजीनस ग्रोथ विथ एनवायरनमेंटल पोल्यूशन"
- डॉक्टर मीता के मेहरा एवं सुजाता बसु
डब्लूपी ०७/२०१२ "इंडेक्स ऑफ फाइनेंशियल इन्क्लूशन - ए मेशर ऑफ़ फाइनेंशियल सेक्टर इंक्लूसिवनेस"
- डॉक्टर मंदिरा शर्मा
२०१३:
डब्लूपी ०४/२०१३ "टेक्नोलॉजी ट्रान्सफर फ्रॉम पब्लिकली फंडेड रिसर्च इन जर्मनी: ए नोट ओं पेटेंटिंग एंड लाइसेंसिंग प्रैक्टिसेज
- सब्स्यसाची साहा
२०१४:
डब्लूपी ०२/२०१४ "एफडीआई को भारतीय निर्माण उद्योगों में क्या आकर्षित करता है?"
- रश्मि रस्तोगी एवं अपर्णा साहनी
सीआईटीडी व्यवसाय एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र की कांफ्रेंस के वर्चुअल इंस्टिट्यूट (वीआई) का संस्थापक सदस्य है, जो ग्यारह देशों के बारह विश्वविद्यालयों को एक साथ जोड़ता है ।
वीआई गतिविधियों में सीआईटीडी फैकल्टी एवं विद्यार्थियों की प्रतिभागिता
बैठकें/वर्कशॉप
२००५: प्रोफेसर मनोज पंत (पहली युएनसीटीएडी वीआई बैठक, जिनेवा, ११ - १५ जुलाई)
प्रोफेसर मनोज पंत (शिक्षण एवं शोध पर वर्कशॉप: अंतर्राष्ट्रीय निवेश अनुबंध, बैंकाक, २८ नवम्बर - 2 दिसम्बर)
२००६: डॉक्टर संगीता बंसल (दूसरी युएनसीटीएडी वीआई बैठक, जिनेवा, ९ – १३ अक्टूबर)
२००८: डॉक्टर मीता के मेहरा (तीसरी युएनसीटीएडी वीआई बैठक, जिनेवा, ४ – ८ फ़रवरी)
२००९: प्रोफेसर आलोकेश बरुआ (चौथी युएनसीटीएडी वीआई बैठक, जिनेवा, ४ – ६ मई)
शिक्षण में योगदान
२०१२:
व्यापार सिद्धांत पर लेक्चर श्रृंखला (अर्थशास्त्र में स्नातक छात्रों के लिए), बेलारूस विश्वविद्यालय, नवम्बर ४ - ११
- प्रोफेसर आलोकेश बरुआ
- प्रोफेसर मनोज पंत
शिक्षण सामग्री में योगदान
२००८:
"अन्तर्रष्ट्रीय परिमाण के साथ वातावरणीय अर्थशास्त्र"
- डॉक्टर संगीता बंसल, डॉक्टर मीता के मेहरा एवं डॉक्टर अपर्णा साहनी (डॉक्टर ऐनी मैरी ज्वेर्ग के साथ)
अन्य शोध योगदान
२००८:
"रीजनल ट्रेड इंटीग्रेशन्स: ए कम्पेरेटिव स्टडी - द केसेस ऑफ़ गाफ्टा, कोमेसा एंड साप्टा/साफ्टा" पार्ट डी
- डॉक्टर मीता के मेहरा, प्रोफेसर मनोज पंत, सप्तर्षि बसु रॉय चौधरी एवं अमित साधुखान
२०१०:
"इंटरनेशनल ट्रेड एंड कार्बन लीकेज: एन एनालिटिकल फ्रेमवर्क फॉर इंडिया एंड रशिया"
- डॉक्टर मीता के मेहरा, डॉक्टर अपर्णा साहनी एवं रश्मि रस्तोगी (डॉक्टर पिस्कुलोवा नतालिया के साथ)