१९७४ में अपने अपनी स्थापना के बाद से ही, यह विद्यालय जेएनयू के विभिन्न विद्यालयों की कंप्यूटिंग की आवश्यकताओं को पूरा करने का प्रयास कर रहा है तथा उसके छात्र/छात्राओं के लिए विशेष रूप से तैयार किये गए पाठ्यक्रमों को प्रस्तुत करता है।
शिक्षण विशेष रूप से आँकड़े, आपरेशन शोध, बीजगणित तथा कॉम्बीनेट्री, डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स, सिस्टम सॉफ्टवेयर, कृत्रिम इंटेलिजेंस, कंप्यूटर आर्किटेक्चर, प्रोग्रामिंग भाषाओं से प्राप्त जानकारी, को एकीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। छात्र/छात्राओं के लिए रोज़गार की सुविधा के लिए विभिन्न सरकारी तथा औद्योगिक संस्थानों के साथ ताल-मेल बनाये रखने के लिए विद्यालय में एक प्रशिक्षण तथा प्लेसमेंट सेल स्थापित किया गया है।
कंप्यूटर तथा सिस्टम विज्ञान के विद्यालय में प्रस्तुत किये गए विभिन्न कार्यक्रम एम.सी.ए (६ सत्र), एम.टेक (४ सत्र) तथा पीएचडी हैं। इन पाठ्क्रमों को कंप्यूटर विज्ञान तथा एप्लीकेशन में आवश्यक सैद्दांतिक अनुभव तथा व्यवहारिक ज्ञान प्रदान करने के लिए, वैश्विक सॉफ्टवेयर तथा हार्डवेयर उद्योग की बढ़ती जनशक्ति की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तैयार किया गया है।
पाठ्क्रम के पूरा होने के बाद, छात्र/छात्राएँ पूरी तरह से वैश्विक आईटी - दुनिया में तथा साथ ही भारत और विदेश में प्रतिष्ठित संस्थानों में शोध तथा विकास के क्षेत्रों में प्रवेश करने में सक्षम होते हैं।
एम.टेक कार्यक्रम में प्रवेश विश्वविद्यालय द्वारा, सम्पूर्ण देश में फैले विभिन्न केन्द्रों में आयोजित अखिल भारतीय परीक्षा तथा तद्पश्चात एक विस्तृत साक्षात्कार पर आधारित होती है। औसतन एम.टेक के २८ छात्र/छात्राएँ तथा एम.सी.ए के ४६ छात्र/छात्राएँ प्रात्येक वर्ष चयनित होते हैं। यह छात्र/छात्राएँ प्रवेश परीक्षा में शामिल होने वाले १२,००० आवेदकों में से चयनित होतें हैं। यह चयनित होने की सफलता दर को प्रत्येक १०० आवेदकों में से १ के रूप में मुश्किल बना देता है। एम.सी.ए पाठ्यक्रम का आखिरी सत्र एक औद्योगिक परियोजना के लिए बनाया गया है जब कि, प्रत्येक एम.टेक छात्र/छात्रा को किसी प्रोफेसर के निर्देश में चयनित क्षेत्र में कार्य करना पड़ता है तथा तीसरे सत्र के अंत में एक विवरण प्रस्तुत करना होता है।
विद्यालय के पाठ्यक्रम, छात्र/छात्राओं को विकल्पों की एक व्यापक सीमा प्रदान करने के लिए अच्छी तरह से आयोजित है। संकाय तथा छात्र/छात्राओं की रूचि में कंप्यूटर डाटाबेस सिस्टम, कृत्रिम इंटेलिजेंस, कंप्यूटर नेटवर्क्स तथा वितरित कंप्यूटिंग, संख्यात्मक विश्लेषण, कंप्यूटर ग्राफिक्स, गणितीय मॉडलिंग, सांख्यिकीय तरीके, ऑप्टिमाइज़ तकनीक (आपरेशनल शोध), ओओपीएस, उन्नत डीबीएमएस (ओओडीबीएमएस, वितरित डीबीएमएस आदि।), सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग, एमईएमएस, आरएफ एमईएमएस, बायोएमईएमएस, गैर-सिलिकॉन माइक्रोसिस्टम्स प्रौद्योगिकी, वीएलएसआई और एम्बेडेड सिस्टम आदि शामिल हैं।
वैकल्पिक पाठ्यक्रम छात्र/छात्राओं को उनकी रूचि के अनुसार विशेष क्षेत्र के चयन की अनुमति प्रदान करतें हैं। यहाँ छात्र/छात्राओं को नवीनतम पर और स्टैंड अलोन पीसी और कार्यस्थानों पर विस्तृत प्रशिक्षण से गुज़रना होता है जो, संभावित सबसे बेहतरीन संकाय के साथ युक्त होते हैं, तथा जो आईटी उद्योग के लिए उत्कृष्ट पेशेवर सॉफ्टवेयर डेवलपर्स, आईटी प्रबंधकों, और कंप्यूटर इंजीनियरों के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करतें हैं।